शास्त्रों में दान का बहुत महत्व बताया गया है। हर धर्म में दान करना बहुत अच्छा और बहुत पुण्य का काम माना गया है। दान करने से व्यक्ति के अंदर खुशी और संतोष की भावना आती है।
जो लोग दूसरों की मदद करते हैं ईश्वर हमेशा उनका साथ देता है। जरुतमंद व्यक्ति को जो लोग निस्वार्थ भाव से दान देते हैं उन्हें हर तरह के सुख की प्राप्ति होती है। इस लोक के बाद वह मोक्ष को प्राप्त करता है। लेकिन दान करते समय भी कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक होता है नहीं तो आपके लिए यह नुकसानदायक हो सकता है।
विद्यादान को बहुत बड़ा दान माना जाता है कहते हैं कि यह एक ऐसा धन है, जो दान करने पर बढ़ता है लेकिन अगर आप किसी को विद्या से जुड़ी सामाग्री जैसे किताबे, कापी आदि दान कर रहे हैं तो ध्यान रखिए को वो फटी हुई न हो। अगर कापी किताबे फटी हुई हैं, तो सही से कवर चढ़ा कर और सही करके ही दान करें। यदि किसी को कोई ग्रंथ या धार्मिक पुस्तक दान कर रहे हैं तो वह कहीं से भी खराब या फटी हुई न हो।
अगर आप किसी पंडित को वस्त्र आदि दान कर रहे हैं, तो ध्यान रहे कि वे वस्त्र नए होने चाहिए किसी पंडित को पुराने पहने हुए वस्त्र दान न करें। ऐसा करना आपके लिए नुकसान दे सकता है।
शनिवार के दिन तेल दान करना शनि की शांति के लिए बहुत अच्छा रहता है, लेकिन ध्यान रहे कि दान किया जाने वाला तेल साफ होना चाहिए। प्रयोग में लाया गया तेल कभी दान न करें।
झाड़ू को लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है इसलिए अपने घर की झाड़ू किसी को नहीं देनी चाहिए। झाड़ू का दान भी नहीं करना चाहिए। इससे आपको धन का नुकसान हो सकता है।
लोहे की धारदार और नुकीली चीजे दान न करें। स्टील की वस्तुएं भी दान करने से बचना चाहिए। ये चीजे दान में देना भाग्य के लिए अच्छा नहीं रहता है